Description

प्रस्तुत पोथी श्रीमद्भगवद्गीता मे 701 श्लोक अछि । ओना तS साधारणतया गीता मे 700 श्लोक अछि, मुदा सनातन धर्म ग्रंथालय,मुरादाबाद सँ 1917 मे प्रकाशित पुस्तक महाभारत कें भीष्म पर्व मे शलोकक संख्या 701 अछि । महाभारतक 18 पर्व मे सँ छठम पर्व भीष्म पर्व मे अध्याय 25 सँ लs कें अध्याय 42 धरि श्रीमद्भगवद्गीताक वर्णन अछि । जेकरा तीन खण्ड मे बाँटल जा सकैत अछि । प्रथम खण्डक 6 अध्याय मे कर्मयोगक आ ज्ञानक विस्तृत वर्णन अछि, एहि खण्ड मे ज्ञानयोगक वर्णन अछि परमात्माक पूजन स्थली हृदय अछि जाहि मे ध्यान, श्वास-प्रश्वास, चिंतन आदिक क्रिया एकांत मे बैसि के कएल जा सकैत अछि तकर स्पष्ट विवरण अछि, दोसर खण्डक 6 अध्याय मे भक्तिक महिमा आ ओकर पोषितक वर्णन अछि । एहि खण्ड मे बाह्य देवताक अस्तित्वहीनता स्पष्ट भs जायत अछि आ भगवानक ऐश्वर्य दिस ध्यान केंद्रित करैत अछि । तेसर खण्डक 6 अध्याय मे तत्त्व ज्ञानक व्याख्या कएल गेल अछि। प्रकृति सँ उत्पन्न सत्व गुण ,रजो गुण आ तमो गुणक विस्तृत उल्लेख अछि । अंतिम मे एहि वातक स्पष्ट उल्लेख अछि जे ई शरीर एक क्षेत्र अछि जाहि में नीक आ अधलाह बीज संस्कार रूप मे उगैत अछि। गीता सार्वलौकिक, सार्वकालिक धर्मग्रंथ अछि । भगवद्गीता अज्ञानताक अंधकार कें विनाश कs ज्ञान रूपी प्रकाशक विस्तार करैत अछि । भगवद्गीता कें योग शास्त्रक संज्ञा सेहो देल गेल अछि ।

Additional Information
Weight0.28 kg
Dimensions21.56 × 13.48 × 1.4 cm
Binding Type

Paperback

Publishers

About Author

नाम – परमानन्द , पिताक नाम – स्वo परशुराम लाल माताक नाम – स्वo उषा देवी गाम – घोघसर पोस्ट-बिरौल, ज़िला – दरभंगाक स्थायी निवासी छथि। वर्तमान पता -मुज़फ़्फ़रपुर , बिहार अछि । ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा सँ स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त केने छथि । सेंट्रल बैंक आफ इंडिया सँ प्रबंधक पद सँ सेवानिवृतिक उपरांत…

Reviews

Ratings

0.0

0 Product Ratings
5
0
4
0
3
0
2
0
1
0

Review this product

Share your thoughts with other customers

Write a review

Reviews

There are no reviews yet.